Nakli Ghee:
तिरुपति मंदिर के प्रसिद्ध प्रसाद, तिरुपति लड्डू को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। खासकर, इन लड्डुओं में इस्तेमाल होने वाले घी की गुणवत्ता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पिछली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि तिरुपति लड्डू को बनाने के लिए कथित तौर पर जानवरों की चर्बी और अन्य घटिया सामग्रियों का उपयोग किया जा रहा था। इस विवाद के बाद लोग घी की शुद्धता को लेकर चिंतित हो गए हैं, क्योंकि घी का स्वाद और पोषण लड्डू का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
अगर आपको भी बाजार में बिकने वाले घी की गुणवत्ता पर शक है, तो यहां कुछ आसान तरीके दिए गए हैं, जिनसे आप घर पर घी की शुद्धता की जांच कर सकते हैं।
कैसे पहचानें Nakli Ghee? शुद्ध और मिलावटी घी की पहचान के आसान तरीके
घी भारतीय रसोई में सदियों से उपयोग होने वाला एक महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ है। घी न केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इसमें स्वास्थ्य के लिए भी कई लाभ होते हैं। शुद्ध घी में आवश्यक पोषक तत्व, विटामिन और फैटी एसिड होते हैं जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। लेकिन आजकल बाजार में मिलावटी घी का चलन बढ़ गया है, जिससे असली और Nakli Ghee में फर्क करना कठिन हो गया है। नकली या मिलावटी घी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है और इसके नियमित सेवन से गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप घर पर कुछ सरल तरीकों से शुद्ध और Nakli Ghee में अंतर कर सकते हैं।
1. शुद्ध घी की खुशबू से पहचान करें
शुद्ध घी की एक बहुत ही खास पहचान इसकी खुशबू होती है। शुद्ध घी में हल्की, ताज़ा और मीठी सुगंध होती है जो इसे खास बनाती है। जब आप शुद्ध घी को गर्म करते हैं, तो उसकी महक और भी अच्छी हो जाती है। वहीं, नकली या मिलावटी घी में आमतौर पर कोई सुगंध नहीं होती या फिर उसमें अजीब सी गंध आ सकती है। अगर घी में कोई प्लास्टिक या केमिकल जैसी गंध आ रही है, तो वह नकली हो सकता है।
2. टेक्सचर और रंग का अंतर समझें
शुद्ध घी का रंग हल्का पीला या सफेद होता है, जो प्राकृतिक दूध से प्राप्त होता है। इसकी बनावट मुलायम और चिकनी होती है। शुद्ध घी को छूने पर यह तुरंत पिघलता है, जबकि Nakli Ghee ठोस या कठोर हो सकता है और इसे पिघलने में अधिक समय लग सकता है। अगर घी बहुत ज्यादा गाढ़ा या रंग में बहुत ज्यादा पीला है, तो उसमें मिलावट हो सकती है।
3. हाथ से पिघलने की जांच करें
शुद्ध घी कमरे के तापमान पर या हल्के स्पर्श से भी आसानी से पिघल जाता है। आप घी की शुद्धता की जांच के लिए इसे अपनी हथेली पर रखकर देख सकते हैं। अगर घी जल्दी से पिघलता है और हाथों में चिकनाई छोड़ता है, तो वह शुद्ध है। अगर घी पिघलने में समय लेता है या उसमें कोई अजीब सी बनावट होती है, तो वह मिलावटी हो सकता है।
4. फ्रिज टेस्ट (ठंड में जमने की प्रक्रिया)
शुद्ध घी को फ्रिज में रखने पर यह समान रूप से जमता है। जब आप इसे फ्रिज से निकालते हैं, तो इसका पूरा हिस्सा एक जैसा ठोस बन जाता है। लेकिन मिलावटी घी फ्रिज में जमने पर परतों में बंट जाता है। इसका ऊपरी हिस्सा जम सकता है, लेकिन निचला हिस्सा नरम रह सकता है। अगर घी में मिलावट है, तो वह पूरी तरह से एकसमान नहीं जमेगा।
5. आग की जांच (फ्लेम टेस्ट)
आग की जांच एक बहुत ही सरल तरीका है जिससे आप घी की शुद्धता की जांच कर सकते हैं। इसके लिए आप थोड़ी मात्रा में घी को चम्मच में लें और इसे गैस की फ्लेम पर गर्म करें। शुद्ध घी जलने पर हल्की और धीमी आंच में जलता है, और उससे हल्की सी मीठी महक आती है। अगर घी नकली है, तो वह जलते समय काला धुआं पैदा करेगा और अजीब सी गंध आएगी।
6. गुड़ परीक्षण (Jaggery Test)
घी की शुद्धता की जांच के लिए गुड़ का परीक्षण एक प्रसिद्ध तरीका है। इसके लिए एक कटोरी में थोड़ी मात्रा में घी लें और उसमें थोड़ी मात्रा में गुड़ डालें। अब इस मिश्रण को गर्म करें। अगर घी शुद्ध है, तो यह धीरे-धीरे गाढ़ा होगा और इसमें कोई फिज़ नहीं आएगा। लेकिन अगर घी में मिलावट है, तो यह फिज़ करेगा और उसमें बुलबुले उठेंगे।
7. तेजाब (HCl) से परीक्षण
यह परीक्षण एक केमिकल आधारित तरीका है, जिसे कुछ विशेषज्ञ करते हैं। इसके लिए हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCl) और चीनी का इस्तेमाल किया जाता है। घी की थोड़ी मात्रा को एक टेस्ट ट्यूब में लें, उसमें थोड़ी चीनी और HCl डालें। इसे हिलाएं और कुछ समय तक रखें। अगर नीचे लाल रंग की परत बनती है, तो इसमें मिलावट हो सकती है। इस परीक्षण का इस्तेमाल घरेलू उपयोग के लिए नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि यह केमिकल आधारित है।
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8. रसोई में करें हीट टेस्ट
अगर आप घर पर बिना किसी केमिकल के घी की शुद्धता की जांच करना चाहते हैं, तो इसे सीधे गर्म करें। शुद्ध घी को जब आप किसी बर्तन में डालकर गर्म करेंगे, तो यह जल्दी से पिघल जाएगा और इसका रंग हल्का सुनहरा हो जाएगा। इसके साथ ही इसमें से ताज़ी महक आएगी। Nakli Ghee को गर्म करने पर वह झाग छोड़ सकता है या काले धुएं के साथ जल सकता है।
9. पानी की जांच
पानी की जांच एक और आसान तरीका है जिससे आप घी की शुद्धता की जांच कर सकते हैं। इसके लिए आप एक गिलास पानी में थोड़ी मात्रा में घी डालें और इसे हिलाएं। शुद्ध घी पानी की सतह पर तैरता है और तुरंत एकसमान पिघल जाता है, जबकि Nakli Ghee पानी में जम सकता है या उसमें अलग-अलग परतें बना सकता है।
10.जमे हुए घी की जांच
ठंडे स्थान पर घी को रखकर उसकी जांच भी की जा सकती है। शुद्ध घी एकसमान ठोस बन जाएगा जबकि मिलावटी घी परतों में बंट सकता है। इससे आपको पता चल सकता है कि घी शुद्ध है या उसमें मिलावट की गई है।
Nakli Ghee से होने वाले नुकसान:
- स्वास्थ्य पर असर: मिलावटी घी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इसमें इस्तेमाल होने वाले रसायन और नकली पदार्थ पेट संबंधी समस्याएं, अपच, और लंबे समय तक सेवन से हृदय रोगों का कारण बन सकते हैं।
- पोषक तत्वों की कमी: Nakli Ghee में वो आवश्यक पोषक तत्व नहीं होते जो शुद्ध घी में होते हैं। इससे शरीर को विटामिन ए, डी, ई और के की कमी हो सकती है।
- वजन बढ़ना: Nakli Ghee में अनहेल्दी फैट्स हो सकते हैं जो वजन बढ़ाने और शरीर में अनचाही चर्बी जमा होने का कारण बन सकते हैं।
शुद्ध घी का सेवन सेहत के लिए अत्यंत फायदेमंद होता है, लेकिन मिलावटी घी नुकसानदेह हो सकता है। बाजार में बिकने वाले घी की गुणवत्ता पर पूरी तरह से भरोसा करना मुश्किल होता है, इसलिए उपरोक्त तरीकों का उपयोग कर आप घर पर ही घी की शुद्धता की जांच कर सकते हैं। इन सरल और कारगर तरीकों की मदद से आप Nakli Ghee से बच सकते हैं और अपनी सेहत का ध्यान रख सकते हैं।