Pankaj Udhas Death:
अपने करियर में सुपरहिट गाने देने वाले मशहूर गायक पंकज उधास के Death की जानकारी उनकी बेटी नायाब उधास ने शेयर की हे.
मशहूर ग़ज़ल गायक पंकज उधास का 26 फरवरी, 2024 को 72 वर्ष की आयु में निधन हो गया. उनके परिवार ने बताया कि लंबी बीमारी के कारण उनकी मृत्यु हो गई.
पंकज उधास कुछ यादगार ट्रैक के लिए जाने जाते थे, जिनमें शामिल हैं:
महेश भट्ट की फिल्म “नाम” से “चिठ्ठी आई है”
प्रवीण भट्ट की फिल्म “एक ही मकसद” से “चांदी जैसा रंग है”
फ़िरोज़ खान की फिल्म “दयावान” से “आज फिर तुमपे”
लॉरेंस डिसूजा की फिल्म “साजन” से “जीये तो जीयें कैसे”
अब्बास-मस्तान की 1993 की फिल्म रिवेंज थ्रिलर “बाजीगर” से “छुपाना भी नहीं आता”
उनके ग़ज़ल करियर में “आहट” (1980) जैसे प्रसिद्ध एल्बम और “ना कजरे की धार,” “और आहिस्ता किजिये बातें,” “एक तरफ उसका घर,” और “थोड़ी थोड़ी पिया करो” जैसे ट्रैक शामिल थे.
पंकज उधास ने भारतीय संगीत पर एक अमिट छाप छोड़ी है, और उनकी भावपूर्ण आवाज़ आने वाली पीढ़ियों के बीच गूंजती रहेगी. एक साक्षात्कार में, पंकज उधास ने महामारी के दौरान एक अंतराल के बाद मंच पर लौटने का अपना भावनात्मक अनुभव साझा किया.
चुनौतियों के बावजूद, वह दर्शकों के गर्मजोशी से स्वागत से अभिभूत महसूस कर रहे थे, उन्होंने कलाकारों और उनके श्रोताओं के बीच गहरे संबंध पर जोर दिया. उनकी विरासत उनके अमर नोट्स के माध्यम से जीवित है.
निश्चित रूप से! प्रसिद्ध भारतीय ग़ज़ल गायक पंकज उधास की संगीतमय यात्रा कई दशकों तक चली. आइए इस मधुर कलाकार के जीवन और करियर के बारे में जानें:
प्रारंभिक जीवन और संगीत की शुरुआत:
पंकज उधास का जन्म 17 मई 1951 को जेतपुर, गुजरात, भारत में हुआ था.
उनके परिवार की संगीत पृष्ठभूमि मजबूत थी और वह अपने बड़े भाई मनहर उधास से प्रभावित थे, जो एक पार्श्व गायक भी थे.
पंकज ने कम उम्र में ही संगीत का प्रशिक्षण शुरू कर दिया और शास्त्रीय संगीत में अपने कौशल को निखारा.
पंकज उधास ने भारत और विदेशों में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया. उनके लाइव कॉन्सर्ट प्रशंसकों के लिए मंत्रमुग्ध कर देने वाले अनुभव थे.
उनकी ग़ज़ल संध्याओं की विशेषता अंतरंग सेटिंग, काव्यात्मक कहानी और दर्शकों के साथ भावनात्मक संबंध थे.
विरासत और प्रभाव:
पंकज उधास की मखमली आवाज़ और दिलकश अभिव्यक्ति ने संगीत की दुनिया पर अमिट छाप छोड़ी.
उन्होंने पारंपरिक ग़ज़लों और समकालीन संवेदनाओं के बीच की दूरी को पाट दिया.
भारतीय संगीत में उनके योगदान ने उन्हें प्रशंसा, पुरस्कार और एक समर्पित प्रशंसक आधार अर्जित किया.
व्यक्तिगत जीवन:
पंकज उधास एक पारिवारिक व्यक्ति थे और अपनी पत्नी और बच्चों से बहुत प्यार करते थे.
उनकी विनम्रता, संगीत के प्रति जुनून और अपनी कला के प्रति समर्पण ने उन्हें उन सभी का प्रिय बना दिया जो उन्हें जानते थे.
पुरस्कार :
पंकज उधास ने अपनी गायकी से लोगों के दिलों में जगह बनाई है और उन्हें अनगिनत सम्मानों से सम्मानित किया गया है.
उन्हें नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स, फिल्मफेयर अवॉर्ड्स, फिल्मी संगीत डायरेक्टर्स असोसिएशन अवॉर्ड्स, और पद्मश्री समेत कई महत्त्वपूर्ण पुरस्कार मिले हैं।
पंकज उधास कमाई (Networth):
सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि परदेस में भी उनको चाहने वालो की संख्या कम नहीं थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, वे अपने परिवार के लिए करीब 25 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति छोड़ गए हैं. वे लग्जरी लाइफ जीते थे और फिल्मों- इवेंट्स में सिंगिंग के जरिए भी कमाई करते थे. यूट्यूब से भी उनकी बहोत साडी कमाई होती थी.
स्वास्थ्य:
उनके परिवार वालो ने बताया की बहोत दिनों से बीमार रहते हुए उनका (pankaj udhas death) निधन हो गया।
अंतिम नोट: Pankaj Udhas Death
26 फरवरी, 2024 को Pankaj Udhas Deathपंकज उधास के निधन ने संगीत उद्योग में एक खालीपन छोड़ दिया. उनकी भावपूर्ण धुनें भावनाओं को जगाती हैं और पीढ़ियों को जोड़ती हैं.
पंकज उधास की रूह कंपा देने वाली ग़ज़लों को याद करते हुए, हम समय से परे उनकी कलात्मक विरासत का जश्न मनाते हैं.
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